वर्ष 2013 का ‘हिन्दी सेवी सम्मान’ विख्यात भागवत् वक्ता एवं हिन्दी सेवी पंडित श्रीकृष्णचंद्र शास्त्री ‘ठाकुरजी’ को प्रदान किया गया
श्रीकृष्णचंद ‘ठाकुरजी’ को सम्मान भेंट करते हुए श्री शेखर बजाज |
शब्दम् हिन्दी सेवी सम्मान का प्रमाणपत्र |
पंडित श्रीकृष्णचंद्र शास्त्री ‘ठाकुर जी’ के बारे में भागवत मर्मज्ञ सरस्वती के वरदपुत्र श्रीकृष्णचंद्र शास्त्री ‘ठाकुरजी’ रामचरित मानस की कथा भी सुनाते हैं। ऐसे में आपके हृदय में रामायणी गंगा और भागवती यमुना का संगम कहा जा सकता है। आपकी ज्ञानमयी वाणी को सुनने के लिए अहिन्दी क्षेत्रों के लोग भी हिन्दी को समझने के लिए लालायित हो उठते हैं।
पिछले 38 वर्षों के दौरान आपने पंद्रह वर्ष की अवस्था से ही निरंतर विभिन्न प्रांतों एवं देश-विदेश में भागवत कथा, रामचरित मानस कथा एवं गीता प्रवचन के माध्यम से भारतीय संस्कृति का प्रसार किया है। आपकी लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच कर हिन्दी भाषा को गौरव प्रदान कर रही है।
श्रीमती किरण बजाज द्वारा भेजे गए संदेश में श्रीमती बजाज ने ठाकुरजी की हिन्दी सेवा पर प्रकाश डालते हुए ‘शब्दम्’ का परिचय प्रस्तुत किया और लोगों से हिन्दी को अपनाने एवं उसका प्रचार-प्रसार करने का निवेदन किया।
‘शब्दम्’ द्वारा पिछले कुछ वर्षों में जो लोग सम्मानित किए गए उनमें मुख्य हैं- मुक्तक रचयिता श्री लाखन सिंह भदौरिया,भूतपूर्व सांसद एवं कवि श्री उदयप्रताप सिंह, साहित्यकार एवं गजलकार श्री नंदलाल पाठक, हिन्दी सेवी पद्मभूषण न्यायमूर्ति चंद्रशेखर धर्माधिकारी, मराठी भाषी हिन्दी साहित्यकार डा० चंद्रकांत वांदिवडेकर,हिन्दी आलोचना के शिखर पुरूष प्रो. नामवर सिंह एवं श्री वेदप्रताप वैदिक।