मंगलवार, 13 अगस्त 2013

                                                                 छठवां ग्रामीण कवि सम्मेलन


कवि सम्मेलन में काव्यपाठ करते हुए कवयित्री श्रीमती नीलम

     हमेशा की तरह गांव मंे होने वाला ‘शब्दम’ ग्रामीण कवि सम्मेलन जसराना तहसील के बनवारा गांव में 22 जून 2013 को संपन्न हुआ। इसके माध्यम से बड़ी संख्या में दूरदेहात के लोगों ने साहित्य और काव्य के संस्कार को नजदीक से जाना और विभिन्न रस की कविताओं का सुबह से शाम तक आनंद लिया।

     आयोजन की गहमागहमी सुबह से ही रही। उम्मीद के विपरीत मौसम ने साथ दिया। गांव वालों ने जोश के साथ सहभागिता की। वे हिन्दी की कविता को सुनने एवं उनको रचने वालों का दर्शन करने को आतुर दिखाई दिए।
 काव्यपाठ करते हुए कवि श्री शिवसागर शर्मा
   इस आयोजन हेतु ‘शब्दम्’ ने ग्रामीण परिवेश की रचनाओं के लिए उपयुक्त कवियों को आमंत्रित किया। ओज कवि श्री रामनरेश रमन (झांसी), गीतकार श्री शिवसागर शर्मा (आगरा), श्री बलराम श्रीवास्तव (किशनी) एवं श्रीमती नीलम नीरजा (ग्वालियर) के अलावा हास्य-व्यंग्य के कवि श्री गोविंद पटवारी (धौलपुर) को आमंत्रित किया था। कवियों ने अपने-अपने रस और विधा की रचनाएं प्रस्तुत कर ग्रामीण श्रोताओं का मन मोहित किया। युवाओं के मन में ओजस्वी कविताओं ने देश प्रेम की ज्वाला फूंकी। गीतों ने संस्कृति, प्रकृति और श्रंगार आदि विषयों पर श्रोताओं को सिक्त किया। वहीं हास्य की रचनाओं ने भी लोगों को खूब गुदगुदाया। 

 कवि सम्मेलन में कविताओं का रसास्वादन करते हुए महिलाएं एवं पुरुष श्रोता
शब्दम् अध्यक्षा श्रीमती किरण बजाज ने मुंबई से फोन के द्वारा ग्रामीणों को संबोधित किया। उन्होंने ग्रामवासियों का आह्वान किया कि अब देश की किस्मत गांव के हाथ में है। संस्कृति और प्रकृति की सभ्यता गांव से ही शुरू हुई है इसलिए गांव को जागरूक होकर हिन्दी भाषा और संस्कृति को बचाना होगा। शब्दम उपाध्यक्ष श्री नंदलाल पाठक द्वारा भेजी गई काव्य पंक्तियों का वाचन किया गया। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष श्री उदय प्रताप सिंह ने भी श्रोताओं को फोन से संबोधित किया। उन्होंने गांव वालों के उत्साह की प्रशंसा की और अपनी कुछ रचनाएं भी सुनाईं।

 मुख्य अतिथि के रूप में डा० ओ.पी. सिंह ने आभार प्रकट करते हुए आयोजन को सफलतम बताया।




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